बलिया : क्षेत्र में संचालित अस्पतालों को अधीक्षक ने दिया नोटिस,प्रपत्र दिखाने के लिए दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम - Ballia Breaking
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    बलिया : क्षेत्र में संचालित अस्पतालों को अधीक्षक ने दिया नोटिस,प्रपत्र दिखाने के लिए दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम

     


    बांसडीह (बलिया)। बांसडीह में बीते बुधवार को एक नर्स के आवास में हुई प्रसूता की मौत के बाद प्रकरण में जांच को लेकर तहसील मुख्यालय व आस पास संचालित हो रहे अस्पतालों को जांच केंद्रों को चिकित्सा अधीक्षक बांसडीह द्वारा नोटिस जारी कर अस्पताल व संस्थान के रजिस्ट्रेशन के संबंध में पत्र जारी कर निर्देशित किया गया है कि अपने संस्थान के रजिस्ट्रेशन प्रपत्र व संबंधित डिग्री पत्र प्राप्ति के 24 घंटे के अंदर अनिवार्य रूप से व्यक्तिगत तौर पर अधोहस्ताक्षरी के समक्ष उपस्थित होकर प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। अन्यथा की स्थिति में आपके विरुद्ध आवश्यक कारवाई की जायेगी । इस पत्र के आलोक में किसी अन्य स्मरण पत्र की प्रतीक्षा न कि जाये। इस आशय का पत्र सोमवार को चिकित्सा अधीक्षक के आदेश पर अस्पताल के कर्मियों द्वारा क्षेत्र के 15 निजी अस्पतालों व अन्य चिकित्सकीय संस्थानों को प्राप्त कराया गया। जिसके बाद इसे लेकर हड़कंप की स्थिति बन गयी।

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    नोटिस लेकर गए बाबू से उलझे अस्पताल संचालक 

    बलिया बांसडीह मार्ग पर अवस्थित धन्वंतरि चिकित्सालय पर सोमवार को चिकित्सा अधीक्षक डॉ व्यंकटेश मऊआर पुलिस के साथ जांच करने पंहुचे तो वहां मौजूद चिकित्सक डॉ योगेश चित्रवंशी व डॉ अरविंद सिंह चिकित्सा अधीक्षक से बातों ही बातों में उलझ गए और बवाल इतना बढ़ा की एफआईआर, न्यायालय आदि सहित अन्य प्रकार की बातों से दोनों पक्षों में देर तक बवाल की तर्ज पर कहासुनी होती रही। अस्पताल प्रबंधन ने आरोप लगाया कि सुबह नोटिस लेकर पंहुचे उनके कर्मचारियों ने भी अस्पताल के स्टाफ को नोटिस देने के समय धमकी दी । इसके बाद चिकित्सा अधीक्षक वहां पुलिस लेकर पंहुच गये। जांच कर के पंहुचे चिकित्सा अधीक्षक को अस्पताल प्रबंधन ने सीएमओ बलिया द्वारा जारी एक पत्र का हवाला देते हुए बताया कि नेशनल हेल्थ कमीशन द्वारा अस्पतालों का पंजीकरण , चिकित्सक की शैक्षिक योग्यता व क्लिनिक का सत्यापन व अन्य प्रमाण पत्रों की जांच का अधिकार सिर्फ मुख्य चिकित्साधिकारी में ही निहित है। फिर किसी जांच की जा रही है। 

    जबकि चिकित्सा अधीक्षक का कहना था कि उनके प्रभार क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अवांछित चिकित्सा व्यवस्था के सक्रिय होने पर उसकी देखरेख व जांच की जिम्मेदारी उनकी है। हालांकि बीएएमएस , बीएचएमएस व अन्य आयुर्वेदिक चिकित्सा से जुड़े डाक्टर उनके अधिकार क्षेत्र से पृथक हैं ।बावजूद इसके यदि कोई समस्या होती है तो इसकी जांच सीएमओ के आदेशानुसार की जाती है। इस दौरान आस पास के कई पैथालॉजी केंद्र व अन्य प्रकार के जांच केंद्र अपनी दुकान का शटर बंद कर मौके से भाग निकले। प्रकरण को लेकर मौके पर देर तक गहमा गहमी रही। मामले में चिकित्सा अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि सभी चिकित्सकीय संस्थानों को नोटिस जारी कर उनकी जांच की जा रही है। जांचोपरांत इसकी रिपोर्ट मुख्य चिकित्साधिकारी को भेज दी जाएगी इसके बाद उनके निर्देशानुसार आवश्यक कारवाई की जायेगी। चिकित्सा अधीक्षक की नोटिस से अवैध अथवा बिना पंजीकरण के चल रहे संस्थानों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।