बलिया :जनशिकायतों के निस्तारण के प्रति अधिकरी बनें जिम्मेदार, लापरवाही पर हो कार्यवाई
- प्रभारी मंत्री ने की विकास कार्यों व कानून व्यवस्था की समीक्षा, दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
बलियाः प्रभारी मंत्री दयाशंकर मिश्र ‘दयालु‘ ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों एवं कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक की। इसके अलावा उन्होंने विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली और आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
जनशिकायतों के निस्तारण के प्रति अधिकारी जिम्मेदार बनें और समयान्तर्गत व गुणवत्तापरक समाधान सुनिश्चित कराएं। जिलाधिकारी से कहा कि पोर्टल की समीक्षा करते रहें और गलत निस्तारण मिले तो सम्बन्धित अधिकारी पर सख्त कार्रवाई करें। राजस्व के मामले अधिकांश आते हैं, लिहाजा इन पर विशेष फोकस करें। जो कानूनगो-लेखपाल जनता के कार्य में रूचि नहीं लेते हो, उस पर सख्त कार्रवाई करें। राजस्व न्यायालयों में तमाम वाद ऐसे हैं, जिसमें रूचि लेने मात्र से त्वरित न्याय दिलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि पांव जमा कर एक ही हल्के या तहसील में बने लेखपालों और पंचायत या ब्लॉक में जमे पंचायत सचिवों को हटाने की कार्यवाही की जाए। पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर को निर्देश दिया कि थानों की कार्यप्रणाली में सुधार लाया जाए। गश्ती वाले वाहन लगातार मूवमेंट करती रहें। सड़क पर पुलिस दिखेगी तो निश्चित रूप से अपराध नहीं होगा।
प्रभारी मंत्री ने विभागवार योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। सफाई अभियान के बावत निर्देश दिया कि ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में नालियों व सार्वजनिक स्थलों की सफाई सुनिश्चित किया जाए। जाम पड़ी नालियों की शिकायत मिलने पर नगरपालिका ईओ सुभाष कुमार को फटकार लगाते हुए कहा कि अभियान चलाकर नालियां साफ कराएं। प्लास्टिक मुक्त बलिया बनाने की दिशा में काम करने का निर्देश दिया। जल जीवन मिशन के तहत चल रही योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी ली। कहा कि पाईप डालने के बाद जल्द से जल्द खोदी गयी सड़क की मरम्मत भी करा दिया जाए। अमृत सरोवरों को नहरों से जोड़ने पर भी बरसात के बाद काम करने का निर्देश डीसी मनरेगा को दिया। धान खरीद के लिए क्रय केंद्रों की भी जानकारी लेने के बाद कहा कि इस बार धान की उत्पादकता अच्छी होगी, लिहाला पर्याप्त संख्या में धान क्रय केंद्र खोले जाएं। खरीद में किसी भी किसान को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। ट्रांसफार्मर जलने के बाद समय से बदले जाने व बिजली से जुड़ी अन्य समस्याओं को भी गंभीरता से लेने का निर्देश विद्युत विभाग के अभियंताओं को दिया। बैठक में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार, एसपी विक्रांतवीर, सीडीओ ओजस्वी राज, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय यादव, पूर्व विधायक धनन्जय कन्नौजिया, एडीएम डीपी सिंह, एएसपी अनिल झा, सीएमओ डॉ वीपी द्विवेदी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।
इमरजेंसी में हमेशा रहे जीवनरक्षक दवाएं
प्रभारी मंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल की व्यवस्था में अभी भी सुधार की आवश्यकता है। इमरजेंसी में कम से कम ऐसी सभी जीवनरक्षक दवाएं हो, जिससे किसी गंभीर मरीज के भी आने पर उसका तात्कालिक इलाज करने के बाद ही रेफर की आवश्यकता पड़े। आयुष्मान भारत योजनान्तर्गत लम्बित गोल्डेन कार्ड को अभियान चलाकर बनवाने को कहा। यह भी निर्देश दिया कि जिला अस्पताल में जो मशीनें खराब हैं, ऐसी मशीनों की सूची बनाकर जिलाधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराएं, ताकि शासन स्तर से उपलब्ध करा सके।
बाढ़पीड़ितों की सेवा को तत्पर रहें अधिकारी
बाढ़ को लेकर प्रभारी मंत्री ने कहा कि तटबंधों पर हमेशा निगरानी रखी जाए। नावों की पर्याप्त उपलब्धता हो। हेल्पलाईन नम्बर हो, जिस पर किसी भी आवश्यकता के लिए कोई बाढ़पीड़ित कॉल कर सके। प्रशासनिक अधिकारी हमेशा बाढ़ क्षेत्रों में दौरा करते रहें। बाढ शरणालयों में भी भोजन, पानी, प्रकाश व अन्य व्यवस्था सुदृढ़ रखें। उन्होंने सभी तटबंधों की स्थिति व जल स्तर के बारे में बाढ खण्ड के एक्सईएन से जरूरी जानकारी ली। स्वास्थ्य व पशुपालन विभाग के चिकित्सकों को भी अलर्ट रह कर स्वास्थ्य सेवा देने का निर्देश दिया।