बलिया: कृषि कानून के खिलाफ इस संगठन ने किया विरोध प्रदर्शन,सरकार से की ये मांग
बाँसडीह।सोमवार को नए कृषि कानून के विरोध में जिला किसान फ्रंट द्वारा रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया तत्पश्चात प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन उपजिलाधिकारी बाँसडीह को सौंपा।
रैली का नेतृत्व कर रहे जिला किसान फ़्रंट के जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने, कृषि लागत से 50% अधिक पर एमएसपी देने का वादा किया था लेकिन किसानों को लाभकारी मूल्य देना तो दूर सरकार ने 3 नए कृषि कानून बनाकर खेती व खेत पूरी तरह से देशी-विदेशी पूंजीवादी कंपनियों के हवाले कर दिया है।
उपजिलाधिकारी बाँसडीह दुष्यंत मौर्य को दिए गए मांग पत्र में जिला किसान फ़्रंट ने सरकार मांग किया है कि तीनो कृषि कानून रदद् करने,कृषि लागत सस्ता करने,पराली जलाने वाले किसानों के जुर्माने को वापस करने,किसानों के हित मे किसान क्रय केंद्र को 12 महीने खोले जाने, दिल्ली में आंदोलन में मृतक किसानों को शहीद का दर्जा दिया जाय,श्रम कानून 2020 के वापस,रासायनिक संयंत्रों को सस्ता एवं सुगमतापूर्वक उपलब्धता,सभी को मुफ्त शिक्षा मिले, बेरोजगारो को रोजगार, कृषि का निजीकरण पर रोक इत्यादि की मांग किया है।वही बाँसडीह तहसील अध्यक्ष बलराम सिंह ने कहा कि कृषि कानूनों के बनने के पहले ही अडानी नामक पूंजीपति ने कृषि कानून बनाने के पहले ही लोहे के बड़े बड़े गोदाम खड़े कर दिए। एमएसपी की गारंटी के बगैर मंडी के बाहर बड़ी कंपनियों की खरीदारी की छूट दे दी गई है।यहीं कारण हम सभी जनपद के किसान इस कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं।रैली में प्रणेश कुमार सिंह, विपिन सिंह, जितेंद्र सिंह झमन, ललन सिंह, अमृत आनंद सिन्हा, अतहर अली, संतोष कुमार सिंह, बली सिंह, इतिहास सैकड़ों किसान शामिल रहे।